भारतीय उपमहाद्वीप जब स्वतंत्रता की ओर बढ़ा, वह अभूतपूर्व हिंसा से घिरा गया थाI गांधीजी ने प्रार्थना प्रवचन से शांति और भाईचारे की अर्ज की। प्रार्थना प्रवचन आकाशवाणी के माध्यम से लोगों तक पहोचाया जाता थाI उपलब्ध प्रवचने यहां प्रस्तुत हैI
This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivs 3.0 Unported License.